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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, ऋषिकेश द्वारा पवित्र रक्षाबंधन का कार्यक्रम आयोजित किया गया
आईडीपीएल (गीतनगर), 10 अगस्त 2025: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, ऋषिकेश द्वारा प्रतिवर्ष की भांति पवित्र रक्षाबंधन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। शुभारंभ सब जोंन इंचार्ज बीके मंजू दीदी जी, मुख्य अतिथि श्रीमती कविता शाह (जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा भाजपा), नव निर्वाचित ग्राम प्रधानों आशीष रागण, आशु बिष्ट, राजेश जुगलान, किशोर पेनयूली, शकुंतला बिष्ठ, शबनम देवी, संगीता राणा, एवं पत्रकार बंधु अध्यक्ष श्री राजीव खत्री, श्री जितेद्र चमोली व श्री राजेश शर्मा जी द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलन कर प्रारंभ हुआ।
कविता शाह ने सभी उपस्थित अतिथियों को राखी की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि वह महिला शक्ति को वंदन करती हूं इस संस्था से मेरा परिचय तब हुआ जब प्रथम बार मै पार्षद बनी थी। यहां आकर मुझे हमेशा बहुत पॉजिटिव एनर्जी महसूस होती है मातृशक्ति हमारी दीदिया हमेशा से हमारी प्रेरणा सूत्र रही है भले ही हम अपनी पारिवारिक व सामाजिक जिम्मेदारियां में इतना फंसे हैं कि हमारे पास आत्म उन्नति का समय नहीं है परंतु यहां आने वाली वाली सभी मातृशक्ति को वंदन है जो सब जिम्मेदारी संभालते यहां शिक्षा ग्रहण कर आत्म उन्नति के लिए प्रत्यनशील है।
प्रेस क्लब अध्यक्ष राजीव खत्री ने बताया कि वह इस संस्था से वर्षों से उत्तरकाशी में रहते हुए जुड़े हैं, परन्तु यहां के केंद्र में प्रथम बार आने का अवसर मिला है और अत्यंत दिव्य अनुभूति महसूस हो रही है उन्होंने कहा कि महिलाएं हमेशा पुरुषों से श्रेष्ठ रही है।
राजयोगिनी बीके आरती दीदी जी ने बताया की राखी का पावन पर्व लौकिक व अलौकिक दोनों प्रकार से मनाया जाता है परमपिता परमात्मा ने रक्षाबंधन से ही बहनों को बराई छुड़वाने का निमित्त बनाया है, बहने मस्तक पर आत्मस्मृति का तिलक लगाकर जो डोरी बाधती है उसमें लगी गांठ दृढता का प्रतीक है, हमे बहनों को दक्षिण में अपने व्यसन व बुराई अर्थात कांटों का दान करना है।क्योंकि सर्वप्रथम हमें बुराई से अपनी रक्षा करनी है और अपने सारे व्यसन व बुराइयां परमात्मा को अर्पित कर देनी है।
बालब्रह्मचारी तपस्विनी बी के मंजू दीदी जी ने बताया त्यौहार प्रधान भारत देश में त्यौहार हमारा मनोबल बढ़ाने आते हैं परंतु आज कलयुग अंत में आत्मा इतनी कमजोर हो गई है कि उन्हें शांति व मुक्ति के लिए गुरु का सहारा लेना पड़ रहा है आज रक्षाबंधन का त्यौहार भी एक उत्साह के बजाय बोझ बन गया है, कि राखी बांधने पड़ेगी, गिफ्ट देना पड़ेगा आदि-आदि। जबकि शिव परमात्मा का कहना है कि मैं भाई बनकर तुम्हारी और हाथ बढ़ा रहा हूं बस तुम्हें एक कदम उठाकर मेरा हाथ थामना है। तुम मेरे सुरक्षा चक्र में आकर अपनी उन्नति कर सकते हो। जब तुम आत्मस्मृति में रह कर्म करते हो, तो तुम मुझे अपने प्रेम बंधन में बांध देते हो, और मैं भी तुम्हारी रक्षा करने के लिए बंध जाता हूं।
समाज सेविका कुसुम जोशी (नशा मुक्ति आंदोलन हेतु कार्यरत) ने बताया कि वे यहां नियम से आकर मेडिटेशन व शक्ति का अनुभव प्राप्त करती हैं साथ ही उन्होंने कहा कि अभी धराली आपदा में मैंने अपने कई संबंधियों को खोया है परंतु फिर भी मैं आज यहां हूं क्योंकि मैं मानती हूं कि जीवन में सासों व समय का कोई भरोसा नहीं है। इसलिए प्रभु ने मिली सासों को शिव परमात्मा की याद में सफल करना ही सच्ची प्राप्ति है।
बीके प्रकाश भाई द्वारा मंच का कुशल संचालन किया गया एवं बीके वंदना बहन द्वारा कविता के माध्यम से उपस्थित भाई बहनों व अतिथियों को राखी के महत्व पर उसकी पवित्रता का संदेश दिया।
दीदी जी द्वारा नव निर्वाचित प्रधानों व पत्रकार बंधुओ को आध्यात्मिक भेंट, प्रसाद, व दुशाला देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम का लाभ 280 से ज्यादा अतिथियों व भाई बहनों ने दीदी जी की आशीवादों को सुनकर उठाया।
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